मौजूदा वक्त में स्किनकेयर का नाम सुनते ही तकनीक और विज्ञान आधारित जापानी फार्मूला, चीन की हीलिंग तकनीक और कई चरणों वाला कोरियन रूटीन दिमाग में हिलोरे मारने लगता है। जब बात सुंदरता और त्वचा की देखभाल की आती है तो मौजूदा चलन यही है कि ज्यादा से ज्यादा उत्पादों का इस्तेमाल आपके चेहरे पर निखार बढ़ाएगा। लेकिन घुमा-फिराकर सवाल यही आ खड़ा होता है कि क्या वाकई में हमें इन सबकी जरूरत है? आयुर्वेद के मुताबिक, हमें इन सबकी जरूरत नहीं है। स्किन केयर के मामले में भारत का अपना नुस्खों का भंडार रहा है। स्किनकेयर के ये आयुर्वेदिक नुस्खे किसी व्यक्ति की जीवनशैली से जुड़े होते हैं, जिसमें पोषण, सोने के तरीके से लेकर एक्सरसाइज और भावनात्मक संतुलन भी मायने रखता है।
मौसम में गरमाहट और कभी-कभी तेज गर्मी आपकी त्वचा को झुलसाने के लिए काफी होती है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जाती है आपकी स्किनकेयर की जरूरी चीजें आपकी ड्रेसिंग टेबल पर बढ़ती चली जाती है। अगर आप उन लोगों में शामिल हैं, जो ये मानते हैं कि प्राकृतिक औषधियां और जड़ी-बूटियां आपकी त्वचा को बेहतर बनाने का काम करती हैं तो आयुर्वेद इसमें आपकी मदद कर सकता है। अगर आप महंगे फेयरनेस उत्पादों का प्रयोग और उनके दावों को सुन-सुन कर थक चुके हैं तो इस गर्मी आयुर्वेद का सहारा लेकर गर्मी के मौसम में चेहरे को चमकदार बनाने का आसान तरीका जान सकते हैं। इस लेख में हम आपको स्किन को टोन करने से लेकर मॉश्चराइज करने तक में प्रयोग होने वाली औषधियों के बारे में बता रहे हैं। तो आइए जानते हैं कि कौन सी जड़ी-बूटियां आपकी स्किन के लिए फायदेमंद हैं।
एक्सफोलिएशन के लिए
सही एक्सफोलिएशन गर्मियों में आपके स्किनकेयर रूटीन का एक बेहद ही जरूरी स्टेप है क्योंकि ये आपकी स्किन के टेक्सचर से मृत कोशिकाओं को हटाने का काम करता है। ग्रीन ग्राम पाउडर, नीम, चंदन और सौंफ का पाउडर बेहतरीन एक्सफोलिएटर हैं क्योंकि इनमें क्लींजिंग गुण होते हैं। ये आपके चेहरे में छिपी गंदगी, विशुद्धियों और मृत त्वचा को धीरे-धीरे हटाता है और आपके चेहरे के प्राकृतिक ऑयल को बिना निकाले आपकी त्वचा को साफ बनाता है।
टोनिंग के लिए
इसमें कोई दो राय नहीं है कि एक अच्छे एक्सफोलिएशन सेशन के बाद आपके छिद्रों को एक अच्छे टोनर की जरूरत होती है। टोनर आपकी त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद करता है चेहरे में छिपी गंदगी और मेकअप को बाहर निकालने में मदद करता है, जैसा कि एक्सफोलिएटर नहीं कर पाते हैं। एक अच्छा टोनर आपकी स्किन को नरम बनाता है और आपके छिद्रों को आराम देता है। रोज वॉटर, खीरे का पानी, जैसमिन वॉटर और एलोवेरामें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि आप अपने टोनर को फ्रीज में रखें ताकि जब भी आप इसका प्रयोग करें तो आपको रिफ्रेशिंग सा अहसास हो।
मॉश्चराइजिंग के लिए
बदलते मौसम में एक अच्छे मॉश्चराइजर को नजरअंदाज करना स्किनकेयर के मामले में पाप है। इस गर्मी अपनी स्किन को कुछ प्राकृतिक तत्वों का उपहार जरूर दें। मॉश्चराइजिंग की प्रक्रिया आपकी स्किन को अच्छे टोनर से प्राप्त हाइड्रेशन को लॉक करने में मदद करती है। चंदन का तेल, छोटे का आटा, शहद, दही और कस्तूरी मंजल में अच्छे मॉश्चराइजिंग गुण होते हैं। ये आपकी चेहरे की स्किन को बिना ऑयली बनाएं नरम त्वचा देने में मदद करते हैं।
टैनिंग को हटाने के लिए
गर्मियों में सूरज की रोशनी आपके शरीर के जिस भी अंग पर पड़ेगी उस अंग को काला कर देगी, जिसे अंग्रेजी भाषा में टैनिंग कहते हैं। अगर आपको लगे कि आपकी स्किन टैन हो गई है या सूरज की रोशनी से क्षतिग्रस्त हो गई तो एक अच्छे तेल से मसाज करना आपके चेहरे और शरीर के लिए अच्छा होगा। नीम तेल के साथ बादाम का तेल मिलाकर लगाने से सूरज की रोशनी के कारण क्षतिग्रस्त हुई त्वचा को आराम देने में मदद मिलती है और बैक्टीरिया भी दूर होते हैं। ये बैक्टीरिया मुंहासें का कारण बनते हैं। संतरे का छिलका या संतरे के छिलके का पाउडर स्किन को साफ करने में सबसे अच्छा माना जाता है।
होंठों को न भूलें
जब आपके होंठ लंबे समय तक सूरज की रोशनी के संपर्क में रहते हैं तो उनका रंग गहरा हो जाता है। पुदीने के तेल का अर्क या तो मक्खन या फिर मोम के साथ मिला कर लगाने से आपके क्षतिग्रस्त होठों को बेहद राहत मिलती है। पुदीना आपके होंठों को पोषण देता है और उन्हें बेहद गर्म जलवायु से बचाता है, जबकि मक्खन या मोम आपके होंठों को आवश्यक नमी प्रदान करते हैं।